किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आने के बाद मेडिक्लैम इंश्योरेंस पालिसी नहीं दिया जाता है, किन्तु कुछ कंपनियों में उन्हें भी पालिसी देने का व्यवस्था है , हालाकि यह पालिसी कुछ महंगा होता है, किन्तु फिर भी यह पालिसी काफी उपयोगी है |
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CRITICAL CARE POLICY
Medi Claim
कई गंभीर बीमारियों हार्ट अटैक, कैंसर, लकवा, इत्यादि लाइलाज बीमारियों के लिए क्रिटिकल केयर पालिसी की व्यवस्था है| इस पालिसी के माध्यम से कवर किये गए बीमारी के लक्चन के होने की स्थिति में पूर्व निर्धारित कवरेज की पुरी राशि दे दिया जाता है | चिकित्सा व्यय की राशि से देय राशि का कोई सम्बन्ध नहीं रहता है इसका प्रीमियम काफी कम रहता है |
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FAMILY FLOATER
Medi Claim
यह प्लान के द्वारा एक ही पालिसी में पुरे परिवार को कवर किया जा सकता है | इसमें पति-पत्नी और बच्चो को कवर किया जा सकता है, अलग-अलग कंपनी में बच्चो की संख्या अलग-अलग है, इस पालिसी में भी बीमारी एवं दुर्घटना के कारण होने वाली चिकित्सा व्यय को कवर किया जा सकता है |
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TOP-UP PLAN
Medi Claim
मेडिक्लैम पालिसी में सिंगल बड़ा प्लान लेना काफी महंगा होता है | इससे अच्छा एक बेसिक प्लान ले कर उसके ऊपर टॉप अप प्लान लेना बहुत ही किफ़ायती होता है | इसमें एजेंट को कमीशन का नुकसान होता है , इसलिए इसका सलाह प्रायः कोई नहीं देता |
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INDIVIDUAL POLICY
Medi Claim
इंडिविजुअल पालिसी किसी एक व्यक्ति के लिए लिया जाता है, इसमें बीमारी एवं दुर्घटना के कारण होने वाली चिकित्सा व्यय को कवर किया जाता है | इसमें भी कई अलग-अलग प्लान मिल जाता है |
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SENIOR CITIZEN
Medi Claim
इस पालिसी के द्वारा 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को कवर किया जा सकता है | इस पालिसी में भी बीमारी एवं दुर्घटना के कारण होने वाली चिकित्सा व्यय को कवर किया जा सकता है | प्रायः इस पालिसी में कैपिंग रहता है, जिसके कारण चिकित्सा व्यय का कुछ भाग पालिसी धारक को देना पढ़ता है |
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DIABETIC SPECIAL POLICY
Medi Claim
डायबिटिक की बीमारी बहुत तेजी से फैल रहा है, डायबिटिक अन्य अंगो को भी प्रभावित करता है | पहले से ही डायबिटिक से पीड़ित को प्रायः 4 साल बाद कवर दिया जाता है, जिससे कई बार चिकित्सा व्यय नहीं मिल पाता है , ऐसे लोगो के लिए सीधे डायबिटिक प्लान लेना सही रहता है |
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HOSPITAL CASH BENEFIT
Medi Claim
यह पालिसी अलग से लिया जा सकता है | इसके लिए मेडिक्लैम पालिसी लेने की कोई अनिवार्यता नहीं होती है | इस पालिसी के माध्यम से किसी व्यक्ति के दुर्घटना या बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर जितने दिन भर्ती रहेगा उतने दिन का प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित बीमा राशि का भुगतान किया जाता है |